झाबुआ

हमने हिंदी को नही जाना
हमने हिंदी को नही समझा
जीवन रह जायेगा कोरा 2।।

अंग्रेजी में बोल बोल कर
हमतो हे इतराते
गुड मॉर्निंग और हेलो हाई में
हमतो हे बतियाते
हिंदी की बिंदी भूल गए तो
होगा घना अंधेरा ।। जीवन ।।

सुरेश समीर मां सरस्वती का
सेवक ही कहलाये
हिंदी अपनी राष्ट्र भाषा हे
हर घर तक पहुचाये
तेरे चरने बैठ मेने मां
गीत लिखा है प्यारा ।।जीवन ।।

हिंदी दिवस की बहुत शुभ कामना सुरेशसमीर "राणापुर"

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