पॉलिटेक्निक कॉलेज के विद्यार्थियों एवं छात्र नेता निलेश गणावा ने कलेक्टर कार्यालय का घेरा किया ।

झाबुआ शहर के पॉलिटेक्निक कॉलेज के सैकड़ो विद्यार्थियों ने शनिवार को हंगामा कर दिया हॉस्टल परिसर में कई प्रकार की अर्थव्यवस्थाओं के खिलाफ में विद्यार्थियों ने प्राचार्य महोदय को कई प्रकार से अवगत करवाया था लेकिन आज तक उन समस्याओं का कोई समाधान नहीं हुआ
छात्र नेता निलेश गणावा ने बताया कि पिछले साल विद्यार्थियों ने कॉलेज कैंपस के अंदर प्रदर्शन करके प्राचार्य महोदय एवं सभी स्टाफ को अवगत करवाया था कि महाविद्यालय की हॉस्टलों में पानी की सुविधा नहीं है और कुछ समय पहले भी सभी विद्यार्थियों ने प्राचार्य जी से बात करी थी तो उन्होंने आश्वासन दिया था कि तीन दिन के अंदर आप सभी विद्यार्थियों को पानी की व्यवस्था की जाएगी लेकिन आज तक पानी की व्यवस्था नहीं की गई जिसके कारण विद्यार्थियों को कॉलेज कैंपस के अंदर जाकर पानी भर कर ले जाना पड़ता है लेकिन जब रात को कॉलेज केंपस पर ताला लगाया जाता है तब विद्यार्थियों को मजबूरन नहाने – धोने का पानी खराब टांका का पानी पीना पड़ता है जिसके कारण कई विद्यार्थी बीमार हो गए,
पॉलिटेक्निक कॉलेज के गेट से लगाकर अगर देखा जाए तो कोई भी साफ सफाई नहीं है कॉलेज परिसर एक प्रकार से खंडहर जैसा लगता है और हॉस्टल के अंदर जो आसपास की झाड़ियां है वह विद्यार्थियों के रूमो के अंदर तक आ रही है 8 – 9 दिन पहले हॉस्टल के रूम मे एक सांप घुस गया था अगर किसी विद्यार्थी को कुछ नुकसान पहुंचा देता तो उसका जिम्मेदार कौन रहता है,
कैंटीन परिसर में एक्सपायर डेट वाली सामग्री इस्तेमाल की जाती है उसे खाकर कई विद्यार्थी बीमार हो गए ,
ना तो विद्यार्थियों को खेल सामग्री का सामान दिया जाता है ना ही वार्षिक उत्सव किया जाता है , और प्रत्येक विद्यार्थियों को ₹6000 रुपए की स्कॉलरशिप मिलना चाहिए लेकिन बहुत सारे विद्यार्थियों को तो केवल ₹3000 मिले , हॉस्टल परिसर में लाइट एवं पंख नाम मात्र के बहुत सारे रूम में विद्यार्थी एग्जास्ट होकर एक रूम में 8 से 9 विद्यार्थी रख रहे नियम के अनुसार तीन विद्यार्थी रुकते हैं लेकिन देख सकते हैं कि एक रूम में 8 से 9 विद्यार्थी रुकना कितनी बड़ी कॉलेज प्रशासन की नाकामी ।
और जब इन सभी मांगों को लेकर विद्यार्थी पॉलिटेक्निक कॉलेज से कलेक्टर आए तो करीबन 1 घंटे से विद्यार्थी धूप में बैठे रहे लेकिन कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं पहुंचा उसके बाद विद्यार्थियों ने कलेक्टर कार्यालय के अंदर छांव में जाने की बात करी तो झाबुआ टी आई के द्वारा विद्यार्थियों को डराया जाता है कि आप लोग ज्यादा करोगे तो आप सभी पर FIR की जाएगी इस प्रकार से पुलिस प्रशासन के द्वारा विद्यार्थियों को डराया जाता है झाबुआ टी आई से नाराज सभी विद्यार्थियों ने सड़क जाम कर दिया इसके बाद झाबुआ एसडीएम सत्यनारायण दरो एवं एसडीओपी रूपरेखा यादव व अन्य अधिकारी पहुंचे और करीबन 15 से 20 मिनट तक विद्यार्थियों को समझा उसके बाद विद्यार्थी कलेक्टर परिसर में आए और एसडीम महोदय को ज्ञापन दिया और बताया कि
इन सभी मांगों को तीन दिन के अंतराल में पूर्ण नहीं करने पर सभी विद्यार्थी एवं छात्र नेता सड़कों पर उतरेंगे जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की रहेगी ।