*इंकलाब पब्लिकेशन ने डॉ. रामशंकर चंचल को दिया ‘साहित्य का हरिवंश राय बच्चन सम्मान’*

: प्रख्यात साहित्यकार डॉ. रामशंकर चंचल को उनकी हालिया कृति *“रूप नहीं रूह है”* पर अद्वितीय सम्मान प्रदान किया गया। उन्हें इंकलाब पब्लिकेशन द्वारा हरिवंश राय बच्चन सम्मान’ से नवाजा गया। यह सम्मान साहित्य जगत में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है, जिससे झाबुआ जिले और समूचे प्रदेश में गर्व की लहर दौड़ गई है। डॉ. चंचल की कृति *“रूप नहीं रूह है”* आत्मा, दर्शन और जीवन के गूढ़ पहलुओं पर आधारित एक गहन काव्य संग्रह है। इस कृति ने पाठकों के दिलों में विशेष स्थान बना लिया है और इसकी गहराई और भावना को साहित्य प्रेमियों ने खूब सराहा है। झाबुआ की पावन भूमि को समर्पित इस कृति ने लेखक को न सिर्फ राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय ख्याति दिलाई है। इस मौके पर उन्हें देशभर से और झाबुआ जिले से भी बधाइयों का तांता लग गया। सम्मान प्राप्त करने के बाद डॉ. चंचल ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, “यह सम्मान मेरी देवभूमि झाबुआ और वहां की पुण्य पवित्रता का आशीर्वाद है। मैं अपनी जन्मभूमि को नमन करता हूं, जिसने मुझे यह साहित्यिक दृष्टि और प्रेरणा दी।”
झाबुआ जिले के लिए यह गौरवपूर्ण क्षण है, जहां से एक ऐसी आत्मा का जन्म हुआ जिसने जीवन के आध्यात्मिक और दार्शनिक आयामों को अपनी लेखनी के माध्यम से इतनी खूबसूरती से उजागर किया।