*25 अक्टूबर से 31 दिसम्बर 2024 तक न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सोयाबीन की खरीदी की जावेगी*
झाबुआ 25 अक्टूबर, 2024। भारत सरकार की प्राईस सर्पोट स्कीम के अंतर्गत खरीफ सीजन 2024 (विपणन वर्ष 2024-25) में पंजीकृत कृषको से अच्छी गुणवत्ता (FAQ) के अनुसार सोयाबीन में नमी बहुत महत्वपूर्ण है, यह 12% से कम होनी चाहिए। सोयाबीन का न्युनतम समर्थन मुल्य रू. 4892 प्रति क्विंटल की दर पर शासन निर्देशानुसार 25 अक्टूबर से 31 दिसम्बर 2024 तक की अवधि में सोयाबीन फसल की खरीदी की जाना है। जिले में सोयाबीन खरीदी हेतु छः उपार्जन केन्द्र (गोदाम, समिती एवं मंडी स्तर पर) निर्धारित किये गये जो निम्नानुसार है:- आदिम जाति सेवा सहकारी समिति झाबुआ, सहकारी विपणन सस्था मर्या. थांदला, सहकारी विपणन सस्था मर्या. पेटलावद, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति बामनिया, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति सारंगी, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति रायपुरिया।
उपार्जन केंद्र पर नियत उपार्जन एजेंसी द्वारा उपार्जन कार्य सप्ताह में पांच दिवस (सोमवार से शुक्रवार) प्रातः 8:00 बजे से शाम 8:00 बजे तक उपार्जन कार्य किया जाएगा। किसानों को सोयाबीन फसल विक्रय हेतु स्लाट बुकिंग की व्यवस्था रहेगी, अतः अपनी सुविधानुसार स्लाट बुक करा सकते है तथा उनके पंजीकृत मोबाईल नम्बर उपज विक्रय करने के सम्बंध में एस.एम.एस. के माध्यम से तिथि एवं मात्रा की सूचना दी जावेगी। अपने मोबाईल पर एस.एम.एस. प्राप्त होने पर निर्धारित तिथि को निर्धारित उपार्जन केन्द्र पर सोयाबीन फसल विक्रय हेतु ले जावे। कृषको को अपनी उपज विक्रय के समय उपार्जन केन्द्र पर आवश्यक दस्तावेज जमा कराना होगा, जिनका मिलान केन्द्र प्रभारी द्वारा किया जायेगा एवं मिलान होने के उपरांत कृषक तोल पर्ची जारी की जायेगी। जिन किसानो द्वारा पंजीयन के समय उक्त दस्तावेज उपार्जन समिति को उपलब्ध करा दिये गये है, उनको पुनः दस्तावेज उपलब्ध कराने की आवश्यकता नही होगी।
अतः योजनांतर्गत जिन पंजीकृत किसान भाइयो से अपील है, कि सोयाबीन फसल न्युनतम समर्थन मूल्य पर विक्रय करने हेतु पंजीयन कराया गया, वे किसान भाई निर्धारित तिथि को अपनी उपज को विक्रय करने हेतु उपार्जन केन्द्र पर अनिवार्य रूप से जाये, ताकि अनावश्यक परेशानी का सामना न करना पड़े।