💐अलाव
गांव का सदियों से
जलता अलाव
अजीब सुख और सुकून देता
प्रेमचंद की पूस की रात
का जीवंत अलाव
आज भी यूं ही
सदा ही गांव में
सर्द रात से
राहत देता हुआ
गांव के भयावह अंधेरे को
दूर करता हुआ
यह अलाव
पता नहीं कब तक
यूं ही साथ देता रहेगा
कब मुक्ति मिलेगी
इस अलाव की
कुछ राहत देतीगर्मी से
रोशनी से
कोई नहीं जानता
न जानना चाहता
न कुछ करना चाहता
जीवन भर
पूरी सर्द रातें
यूं ही गुजरना होती हैं
इस ईश्वर रूप
अलाव की हल्की तपन के साथ
यह देती हैं कुछ रोशनी
जो रात के भयावह अंधेरे में
जहरीले जीवों से
बचा सके
पीढ़ियों से, सदियों से
यह अद्भुत अलाव ही है
इनके जीवन का सुख और सुकून
डॉ रामशंकर चंचल
झाबुआ मध्य प्रदेश

Report –
Rinku runwal 🙏-9425970791