
विद्यार्थी जीवन बौद्धिक विकास का सुनहरा समय है। बौद्धिक विकास के साथ ही व्यक्तित्व विकास, राष्ट्र विकास का महत्वपूर्ण आधार है। देश के विकास के लिए अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के विकास में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक का एक-एक कदम सामूहिक रूप से बहुत बड़ा प्रयास एवं सहयोग भन जाता है, इसके लिए अनुशासन आवश्यक है, उक्त विचार महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के 55 वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा युवा मोर्चा के जिला महामंत्री श्री राजेश वसुनिया ने व्यक्त किये। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ पीटर डोडियार ने राष्ट्रीय सेवा योजना की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए इसकी कार्य योजना एवं गतिविधियों की जानकारी देते हुए विद्यार्थियों को बताया कि सामुदायिक एवं भाईचारे की भावना से किया गया कार्य सकारात्मक परिणाम देता है प्रो. शिवराज सिंह मुवेल ने राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रतीक चिन्ह की व्याख्या करते हुए बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना का प्रतीक चिन्ह कोणार्क के सूर्य मंदिर के रथ के चक्र से लिया गया है जो निरंतर प्रकट प्रगति का द्योतक तक है। इसमें लाल रंग उत्साह व ऊर्जा का तथा नीला रंग ब्रह्मांड को परिलक्षित करता है।डॉ. मीना मावी ने कहा कि समाज सेवा के माध्यम से व्यक्तित्व विकास करना ही राष्ट्रीय सेवा योजना का मुख्य उद्देश्य है।प्रो.विजय मावी ने अधिक से अधिक विद्यार्थियों को राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़कर कैंप के दौरान एवं शेष समय में भी श्रमदान कर बेहतर कार्य करने हेतु प्रेरित किया। राष्ट्रीय सेवा योजना के राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय का प्रतिनिधित्व करने वाले पूर्व में छात्र संघ अध्यक्ष रहे छात्र प्रताप कटारा ने राष्ट्रीय सेवा योजना में किए गए कार्यों एवं अनुभवों को साझा किया। छात्र अमर सिंह गरवाल ने गीत के माध्यम से राष्ट्रीय सेवा योजना की सामूहिक सहयोग की भावना व्यक्त की ।
इस अवसर पर 2022-23 में राष्ट्रीय सेवा योजना की गतिविधियों में 240 घंटे सहभागिता करने वाले स्वयंसेवकों को भी प्रमाण पत्र प्रदान किए गए ।
कार्यक्रम में डॉ मनोहर सोलंकी सहित समस्त स्टाफ एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने सहभागिता की ।
कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी डॉ छगन वसुनिया ने किया व आभार डॉ अर्चना अवस्थी ने माना।