पेटलावद
अब 8 वर्षीय मासूम चढ़ी पलायन की भेंट
पेटलावद
शान ठाकुर पेटलावद
पलायन के चलते लगातार आदिवासी बाहुल्य झाबुआ जिले के मजदूर अपनी जान गवा रहे हैं… लेकिन रोजगार की तलाश में फिर भी क्षेत्र से पलायन कर अन्य जिलों में जाकर मजदूरी करने को मजबूर है। जिसके चलते आए दिन मजदूर हादसों का शिकार हो रहे हैं.. अब पलायन ने 08 वर्षीय मासूम बच्ची की जान ले ली है जो की पेटलावद के ग्राम बेड़दा की रहने वाली थी।
जानकारी अनुसार ग्राम बेड़दा निवासी करणसिंह सिंगाड की 8 वर्षीय बालिका सारा सिंगाड पर ट्रेक्टर ट्राली गिर जाने से मासूम बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई। बच्चे के माता-पिता पेटलावद क्षेत्र से पलायन पर रतलाम शहर में मजदूरी पर गए थे। जहां निर्माण कार्य चल रहा था इस दौरान बच्ची के माता-पिता ने साड़ी की झोली बनाकर बच्ची को ट्रैक्टर ट्रॉली पर झूला बांधकर सुला दिया था लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि बच्ची की अब आंखें कभी नहीं खुलेगी। मासूम बच्ची सो रही थी इस दौरान अचानक ट्रैक्टर चालक ने ट्रैक्टर को आगे बढ़ाया ऐसे में ट्रैक्टर ट्राली पलट गई और बच्ची पर जा गिरी ओर बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई।
21 नवंबर को भी इंदौर के गौतमपुरा में पेटलावद क्षेत्र के ग्राम अमरहोली की एक महिला मजदूर की दीवार के नीचे दबने से मोत हो गई थी। आये दिन इस तरह घटनाएं सामने आ रही है।