डॉ सुरेश कटारा खंड चिकित्सा अधिकारी पेटलावद के खिलाफ जयस ने दिया जापान दी चेतावनी आंदोलन की……..
पेटलावद खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुरेश कटारा के खिलाफ आज जिला कलेक्टर एवं मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी झाबुआ को जयस के पदाधिकारी द्वारा ज्ञापन दिया गया एवं डॉक्टर कटरा और डॉक्टर अखिलेश सरोडा के प्रति कार्रवाई एवं डॉक्टर कटरा को बीएमओ पद से हटाने के लिए संयुक्त रूप से आज प्राप्त जयस के पदाधिकारी कार्यालय पहुंचे बता दें कि पेटलावद में आयें दिन बीएमओ कटारा विवादों की सुर्खियों में बने रहते हैं! पेटलावद के जयस के सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश डामोर सामाजिक कार्यकर्ता होने के नाते मदद के तौर पर बच्चों को इलाज करवाने के लिए समुदाय स्वास्थ्य केंद्र पेटलावद पहुंचे था जहां पर ड्यूटी के दौरान शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अखिलेश सरोडा अपने करते हुए स्थल पर उपस्थित नहीं मिले. प्रकाश डामोर द्वारा तत्काल बीएमओ डॉक्टर सुरेश कटारा को मोबाइल पर सूचना की एवं डॉक्टर को उपस्थिति के लिए कहा काफी देर बाद डॉक्टर अपने निजी क्लीनिक से शासकीय अस्पताल पहुंचे एवं बच्चों का इलाज किया! उक्त घटना को लेकर प्रकाश डामोर काफी नाराज हुवे एवं अपनी सोशल प्लेटफॉर्म फेसबुक पर डॉक्टर अनुपस्थित एवं अपने कर्तव्य स्थल पर उपस्थित न होने एवं ड्यूटी के दौरान निजी क्लीनिक में काम करने को लेकर फेसबुक शेयर किया.. जब यह पता बीएमओ डॉक्टर कटारा को लगा तो डॉक्टर कटारा ने सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश डामोर को जान से मारने की धमकी दी एवं कहा कि आप फेसबुक प्लेटफार्म से शेर की गई पोस्ट को डिलीट करो.. बता दें कि इस धमकी और कॉल रिकॉर्ड को लेकर प्रकाश डामर थाना पेटलावद को आवेदन दे चुके हैं. और अब जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन एवं अन्य संगठन प्रकाश डामोर के समर्थन में जगह-जगह ज्ञापन दिए जा रहे हैं एवं डॉक्टर सुरेश कटारा बीएमओ को हटाने की मांग कर रहे हैं सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी का कहना है कि डॉक्टर सुरेश कटारा अपने पद का दुरुपयोग कर रहा है एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं को स्वास्थ्य को लेकर जो आवाज उठाते हैं उन्हें मारने काटने की बात करता है ऐसे बीएमओ को अपने पद पर रहने का अधिकार नहीं है! एवं जिला प्रशासन को ध्यान देना चाहिए ! शासन प्रशासन को तत्काल हटा देना चाहिए साथ ही डॉक्टर ड्यूटी के दौरान जो अपने कर्तव्य स्थल पर उपस्थित नहीं रहते है एवं सही समय पर मरीज को उपचार नहीं करते हैं ऐसे डॉक्टर को भी तत्काल हटाया जाए.. उक्त ज्ञापन में जय आदिवासी युवा संगठन मांग कर रहे हैं कि अगर इन दोनों डॉक्टरों को नहीं हटाया गया तो आने वाले समय में उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसकी समस्त जवाबदारी जिला प्रशासन की रहेगी
