Blog
एक भक्ति पूर्ण स्तवन (भजन )का सृजनएक तारो नाम सांचूएक तारु धाम सांचूतारा सिवा बीजूलागे न कोई आछूँ
मन ना संशय तु ही निवारे
विपदा नी घड़िया तु ही टारे
पाको है साथ तारों
लागे न रे कांचू
एक तारु नाम सांचू
एक तारु धाम सांचू
भुल से भरयो यों मन मारु
भूली गयो में उपकार तमारु
पाप नी पोथी मारी
किन रिते वांचू
एक तारों नाम सांचू
एक तारों धाम सांचू
अब मने मलयों साथ तमारु
छोड़ू न नाथ अब हाथ तमारु
तारा गुणों ने
हवे नहीं जांचू
एक तारों नाम सांचू
एक तारो धाम सांचो
यशवंत भंडारी यश
