हर दिन दीपावली की खुशियों सा हो
दीपावली आई
आओं खुशी मनाएँ
खुशी बांटे
अच्छा है
प्रभु श्रीराम का
आगमन हुआ अयोध्या में
तब ये खुशी मनाई गई थी
जिसे आज तक हम मना खुश हो रहे
अच्छा ये है कि
हम ये खुशी, उमन्ग, उत्साह
हर दिन मनाएँ
हर दिन को
अच्छा माने बाकी दिनों ने
हमारा क्या बिगड़ा
हर रोज़ खुशी मनाएं
खुशी बांटे
तभी जीवन की सार्थकता है
तभी जीवन का सुख चैन और आनन्द
सचमुच हम चाहते है कि
हमारा ईश्वर खुश रहे
तो हर दिन उसे
उसके दिये जीवन को
प्रणाम करते हुए
खुश रहते हुए जीयें
यही सच्ची ईश्वर साधना
आराधना होगी
क्यों कि सदा ही
प्रसन्न होकर जीना ही
ईश्वर की सच्ची साधना
पूजा है
इस सत्य को
जिसने स्वीकार कर लिया
उसके लिए हर दिन
दीपावली की खुशियों सा
सुख चैन और आनन्द सा है
तो आओं हर दिन का
स्वागत करते हुए
खुश रहते हुए
दीपावली सी खुशी को
समेट और बांटे
खुशी जो देगी आपको
सदा ही बहुत ही
सुख और सुकूंन
डॉ रामशंकर चंचल
झाबुआ मध्य प्रदेश
