
करवा चौथ
करवा चौथ पर
मेरे परम मित्र ने
मुझे कुछ लिखने को
सोच रहा हूँ
करवा चौथ
कितना करवा होता है
यह सिर्फ वही जान सकता
जिसकी बीवी की दुआ
या चौथ सार्थक हो जाता है
ज्यादा कुछ नहीं जानता
कहते हैं, पति की लम्बी उम्र
के लिए किया जाता है और
उसकी लम्बी उम्र की
चाह कर, करवा चौथ को
सार्थक कर
वह चली जाती हैं
अथाह दर्दो को
बेहिसाब राग, द्वेष
छल कपट भरी दुनिया में
उसे अकेला छोड़
सोच रहा हूँ
क्यों बनाता हूँ
भगवान ने
बनाया है यह पर्व
क्या वह नहीं जानता
नारी की अद्भुत तासीर को
जो, जो चाहे कर सकती हैं
खैर, ज्यादा बात नहीं
कर सकता
प्रणाम इस महा पर्व को
जिसने मुझे भीड़ में
अकेला कर दिया
और मुस्करा रहा है
डॉ रामशंकर चंचल
झाबुआ मध्य प्रदेश