
मेरे शहर का पारणा उत्सव
अद्भुत रूप
अद्भुत तप साधक का आगमन, सचमुच वन्दनीय
७०० साधक के सजा, उनके आशीर्वाद से
बहती गंगा को, प्रणाम करता हूँ
वन्दनीय है देव भूमि झाबुआ, मेरी प्रिय धरा
आठ, दिनों का यह महापर्व
शहर को, झाबुआ को
बहुत कुछ दे गया जो
सदियों तक जिंदा रहेगा
सभी के दिल में, दिमाग में
और देता रहेगा
अद्भुत ऊर्जा और ताकत
नेक कर्म और सुकूंन की
अनमोल ज्ञान, राह
वन्दनीय है झाबुआ की पावन, पवित्र देव भूमि
प्रणाम करता हूँ
इस अद्भुत महापर्व को
देवत्व लिए , तप साधकों को, प्रणाम सदा ही
डॉ रामशंकर चंचल
झाबुआ मध्य प्रदेश