*जिले में तीसरी नेशनल लोक अदालत का आयोजन सम्पन्न*

राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली द्वारा निर्धारित कार्यकम के अनुक्रम में, मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार दिनांक 14 सितम्बर को वर्ष 2024 की तीसरी नेशनल लोक अदालत का आयोजन जिला न्यायालय झाबुआ सहित तहसील न्यायालय पेटलावद तथा थांदला में जिविसेप्रा झाबुआ की अध्यक्ष एवं प्रधान जिला न्यायाधीश श्रीमती विधि सक्सेना के संरक्षण एवं मागदर्शन तथा जिविसेप्रा झाबुआ के सचिव/जिला न्यायाधीश हेमन्त सिंह के निर्देशन में किया गया। ए.डी.आर. सेंटर झाबुआ में प्रातः 10:30 बजे अध्यक्ष श्रीमती विधि सक्सेना (प्रधान जिला न्यायाधीश), लोक अदालत के नोडल अधिकारी श्री विवेक सिंह रघुवंशी, अभिभाषक संघ के अध्यक्ष श्री दीपक भण्डारी, बैंको के एलडीएम श्री सुजीत कुमार सिंह व बीमा कंपनियों के प्रतिनिधि के रूप में श्री एचपी अग्निहोत्री वरिष्ठ अधिवक्ता, जिविसेप्रा के सचिव एवं जिला न्यायाधीश श्री हेमन्त सिंह व न्यायाधीशगण के द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ किया गया।
तीसरी नेशनल लोक अदालत हेतु जिला न्यायालय झाबुआ एवं तहसील न्यायालय थांदला/पेटलावद हेतु कुल 16 खण्डपीठों का गठन किया गया, जिसमें जिला न्यायालय झाबुआ हेतु 10, तहसील न्यायालय पेटलावद हेतु 04 एवं तहसील न्यायालय थांदला हेतु 02 खण्डपीठ गठित की गई। लोक अदालत में कुल 3842 प्रकरण रैफर किये गये है, रैफर प्रीलिटिगेशन प्रकरणों की संख्या लगभग 9034 है। लोक अदालत की सफलता हेतु जिविसेप्रा झाबुआ द्वारा 51 प्रीसिटिंग बैठकें आयोजित की गई।
इस अवसर पर अध्यक्ष श्रीमती विधि सक्सेना (प्रधान जिला न्यायाधीश) ने अपने संबोधन में उपस्थित सभी लोगों का स्वागत करते हुये कहा कि लोक अदालत सभी के लिए एक आशा की किरण है। यह प्रकिया उन मामलों को निपटाने के लिए एक मंच प्रदान करती है, जो लंबे समय से लंबित हैं या जिन्हें अदालत के बाहर सुलह द्वारा सुलझाया जा सकता है।
कार्यक्रम के अंत में आभार उद्बोधन में जिविसेप्रा के सचिव एवं जिला न्यायाधीश श्री हेमन्त सिंह ने हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं देते हुये कहा कि लोक अदालतों का मुख्य उद्देश्य न्याय प्रणाली को आम आदमी के लिए और अधिक सुलभ और सुलभ बनाना है। यह लोगों को अपने विवादों को अदालत के बाहर सुलझाने और अपने मामलों को तेजी से और किफायती तरीके से निपटाने में मदद करता है। कार्यक्रम का संचालन जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री सागर अग्रवाल ने किया।
इस अवसर जिविसेप्रा झाबुआ के सचिव/जिला न्यायाधीश श्री हेमन्त सिंह के अतिरिक्त श्री विवेक सिंह रघुवंशी विशेष न्यायाधीश, जिला न्यायाधीश श्री राजेन्द्र कुमार शर्मा, जिला न्यायाधीश श्री सुभाष सुनहरे, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री गौतम सिंह मरकाम, न्यायिक मजिस्ट्रेटश्री विजय पाल सिंह चौहान, सुश्री साक्षी मसीह, श्रीमती पूनम सिंह, श्री बलराम मीणा, जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री सागर अग्रवाल, अभिभाषक संघ के अध्यक्ष श्री दीपक भण्डारी, श्री एचपी अग्निहोत्री, श्री विजय संघवी, अन्य अधिवक्तागण, नगरपालिका, विद्युत विभाग एवं बैंक से आये हुये अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहें।
जिला झाबुआ में निर्मित 16 खण्डपीठों में कुल 531 प्रकरणों का निराकरण हुआ जिसमें कुल 1748 व्यक्ति लाभांवित हुये। लोक अदालत में कुल रूपये 74187653/- के अवार्ड पारित किये गये। प्रीलिटिगेशन मामलों में कुल 348 प्रकरणों का निराकरण किया गया जिनमें कुल 455 व्यक्ति लाभांवित हुये और रूपये 3619887/- के अवार्ड पारित किये गये। इस प्रकार न्यायालय एवं प्रीलिटिगेशन के कुल 879 प्रकरणों का निराकरण हुआ।
सभी अधिवक्ता, लोक अदालत के खण्डपीठ के सदस्य, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कर्मचारी एवं न्यायालयीन कर्मचारियों का सराहनीय योगदान रहा। आगामी नेशनल लोक अदालत दिनांक 14 दिसम्बर-2024 को आयोजित की जायेगी। लोक अदालत के माध्यम से जो भी पक्षकार अपना प्रकरण निराकरण करवाना चाहता है वह अपने संबंधित न्यायालय अथवा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झाबुआ में संपर्क कर सकते हैं।
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