
झाबुआ, नि प्र, झाबुआ के, आदिवासी जिले के विश्व चर्चित साहित्य साधक, डॉ रामशंकर चंचल की, आदिवासी जीवन पर रची गई अनेक रचनाओं का, विश्व स्तर पर हुई आदिवासी जीवन की चर्चा मै, नीदरलैंड की, राजधानी
एमस्टर्डम की अश्वनी केगावकर ने, भारत के मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले के झाबुआ मै जन्मे
डॉ रामशंकर चंचल की, आदिवासी जीवन पर अनेक रचनाओं को पड़ा
यह खुद अश्वनी जी ने, डॉ रामशंकर चंचल, के, वाट्स एप से जुड़ कर उन्हें बताया और जुड़ कर हर्ष व्यक्त किया, सचमुच देश के लिए, प्रदेश के लिए और झाबुआ जिले के लिए, बेहद गर्व का विषय बन गया है कि, लगातार डॉ रामशंकर चंचल की रचनाओं को विश्व पटल पर, पड़ा जा रहा, सुना जा रहा उनके स्वर के साथ साथ, विश्व की अनेक महान, विद्वान द्वारा रचित डॉ चंचल का आदिवासी साहित्य पड़ा जा रहा है, अंगेजी मै, और उनकी अपनी भाषा में, यह जिले के लिए अद्भुत गौरव के पल है जो एक इतिहास बन गया है, वन्दनीय है , पचास सालों की साहित्य साधना, तप, जिसने आज, झाबुआ जिले के साथ देश को भी गर्व प्रदान किया है