*झाबुआ के, डॉ रामशंकर चंचल, विश्व चर्चित मंच परअद्भुत चर्चा में, सेकड़ो द्वारा बेहद सराहा*
झाबुआ, पिछड़े इलाके के, झाबुआ जिले में जन्में, देश के महान सहज साहित्य साधक डॉ रामशंकर चंचल
एक अद्भुत साहित्य चर्चा में अपनी लंबी बात चीत, मै, बेबाक बात करते हुए, बेहद सकारात्मक चर्चा करते हुए
आनेवाले कल के युवा पीढ़ी के अद्भुत अविरल रूप से ऊर्जा प्रदान करते हुए, दिखाई दिये, विश्व चर्चित प्रतिभा साहित्य मंच, लखनऊ जिसे सारे देश में, विश्व में बहुत ही सुना गया और सराहा गया है, जो सचमुच झाबुआ आदिवासी भूमि की पावन भूमि को दर्शता है, धन्य हैं, झाबुआ की धरा जहाँ, अद्भुत साधक सालों से पूरी रात जाग, तप करता हुआ, सादगी की अनुपम उदाहरण का जन्म हुआ, जिसने झाबुआ जिले के साथ, देश को भी गर्व प्रदान करते हुए साहित्य साधना मै लीन रहते हुए, आने वाले कल को सचमुच बहुत ही सार्थक कार्य सोच से दे, एक सार्थक कार्य किया है, वन्दनीय है डॉ चंचल की देव भूमि झाबुआ, उसी को पुरा सम्मान देते हुए डॉ चंचल दिखाई दिये, जो एक गर्व का विषय है, मैं, कुछ नहीं हूँ, जो कुछ है यह पावन भूमि झाबुआ जहाँ ईश्वर ने मुझे जन्म दिया, इस अद्भुत सोच के साथ सदा ही कर्म शील इस शारदा पुत्र पर जिले को गर्व होता है
