अन्नकूट में शामिल होकर स्कूटी से लौट रहे थे घर, कार सहित चालक हिरासत में
अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। रविवार रात स्कूटी चालक ने आगे चल रही कार को फ्रीगंज ब्रिज के पास पेट्रोल पंप के सामने ओवरटेक किया। पीछे से कार चालक ने स्कूटी में टक्कर मारी। दुर्घटना में उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। देवासगेट पुलिस ने शव का पीएम कराया। कार चालक को हिरासत में लेकर जांच शुरू की है। आदर्श विक्रम नगर में रहने वाले 51 वर्षीय संजय आचार्य पिता चतुर्भुज आचार्य देवास शिक्षा विभाग में क्लर्क थे। महर्षि गौतम समाज के संस्थाापक ट्रस्टी भी थे।Akshar Vishwa AV News Journalist
वह रविवार को उर्दूपुरा में आयोजित समाज के अन्नकूट कार्यक्रम में शामिल होने गए और रात 9 बजे वहां से अपनी स्कूटी पर घर के लिए रवाना हुए। फ्रीगंज ब्रिज के पास स्थित हनुमान प्रसाद पेट्रोल पंप के सामने से गुजरते समय उन्होंने आगे चल रही कार को ओवरटेक किया। पीछे से कार चालक ने उनकी स्कूटी को टक्कर मार दी।
दुर्घटना में संजय आचार्य उछलकर जमीन पर गिरे। उनके सिर व शरीर में गंभीर चोंटें आईं। राहगिरों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इधर लोगों ने कार को घेर लिया। पुलिस को सूचना दी। टीआई बल्लू मंडलोई मौके पर पहुंचे। कार सहित चालक को देवासगेट थाने पहुंचाया।
बस से टक्कर की पुष्टि नहीं हुई
नानाखेड़ा निवासी कार चालक सत्यप्रकाश साहू का कहना है कि मैं पत्नी व दो बच्चों के साथ महाकालेश्वर के शिखर दर्शन कर कार से घर लौट रहा था। स्कूटी सवार व्यक्ति ने कार को ओवरटेक किया था। फ्रीगंज ब्रिज से धीमी गति में बस आ रही थी। स्कूटी बस से टकराई जिस कारण दुर्घटना हुई। टीआई बल्लू मंडलोई का कहना है कि स्कूटी को टक्कर मारने के बाद कार क्षतिग्रस्त हुई है। घटना स्थल पर बस की मौजूदगी की पुष्टि नहीं हो पाई है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज चैक कर रहे हैं।
वाहन चालक हेलमेट लगाएं-ट्रैफिक डीएसपी
सुबह यातायात डीएसपी दिलीप सिंह परिहार अपनी टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। निरीक्षण के बाद उन्होंने कहा कि दो पहिया वाहन चालक हेलमेट लगाकर वाहन चलाएं। दुर्घटना के दौरान सिर में गंभीर चोंट लगने के कारण घायलों की जान को सबसे अधिक खतरा रहता है। रात में जो घटना हुई उसमें भी वाहनों की टक्कर के बाद स्कूटी चालक के सिर में गंभीर चोंट आई थी।
बस वालों को टाइट करो: एसपी
सुबह एसपी प्रदीप शर्मा ने अफसरों से पूछा कि बसें शाम को शहर में कैसे आ रही हैं। रात में हुई दुर्घटना में बस किसकी थी उसे पकड़ो, थाने में खड़ा कराओ व कार्रवाई करो। बस वालों को टाइट करो। शहर के मुख्य मार्गों पर बसों की गति निर्धारित हो इसका भी पालन कराया जाए।