देश के सोशल मीडिया पर राज करता झाबुआ का साहित्य साधक डॉ रामशंकर चंचल*🙏🌼

🙏🌼आदिवासी पिछड़े इलाके झाबुआ जिले से एक सार्थक उपलब्धि हासिल करता हुआ सदा ही सभी के दिलों में राज करता हुआ लाखों चाहने वाले युवा पीढ़ी के हर उम्र के लोगों का बेहिसाब अथाह प्रेम प्यार आशीर्वाद पाता एक ऐसा नाम है डॉ रामशंकर चंचल जो सचमुच वंदनीय हैं अपने कर्म से सहजता सरलता और सादगी से सभी धर्म जाति के सभी राजनीति दलों के प्रिय है क्योंकि यह एक ऐसा व्यक्ति है ऐसा अद्भुत बेहद चर्चित नाम है जो पूर्ण रूप से मानवतादी है जिसका कोई धर्म नहीं जाति नहीं न राग न द्वेष जलन ईर्ष्या सब बैराग अलाप रही दुनिया की अथाह भीड़ से अलग सदा ही एकांत में रहते हुए साधना तपस्या लीन कोई चाह सम्मान इच्छा नहीं सब कुछ से कोसों दूर मानव मात्र से जीव जंतु पशु पक्षी सभी को प्यार करते है सदा ही पूरी रात जाग सालों से सर्जन शील रहता हुआ आज सम्पूर्ण विश्व पटल पर दस्तक देता हुआ न केवल झाबुआ जिले का बल्कि देश का साहित्य साधक है गर्व महसूस करता है आज सम्पूर्ण देश जिसने अपनी रचनाओं से सर्जन शील रहते हुए उम्र के ६७साल में भी अद्भुत स्वर देते हुए पूरे देश में विश्व में साहित्य रचनाओं से छाया हुआ एक सार्थक प्रेरणा देता नाम है जिससे प्रेरणा लेते हुए आज कितने ही युवा पीढ़ी के कविता और कथा लिखते हुए नाम कमा लिया है और लगे हुए हैं केवल साहित्य ही नहीं हर कला साधक को सम्मान देता हुआ यह अद्भुत नाम है जिसने सैकड़ों लोगों को कला साधक को सम्मान दिया है अपनी उषा राज अकादमी से करीब चार सो साहित्य साधक कला साधक संगीत आदि आदि को नवाजा है इस उषा राज साहित्य अकादमी झाबुआ मध्य प्रदेश द्वारा बेहद चर्चित नाम है आज झाबुआ जिले को गर्व है अपने इस महान सादगी सहजता सरलता लिए साहित्य साधक डॉ रामशंकर चंचल पर जिसने लेखन को ही जीवन बना रखा है वंदनीय है झाबुआ जिले की पावन भूमि झाबुआ आदिवासी पिछड़े अंचल वंदनीय हैं जहां डॉ रामशंकर चंचल का जन्म हुआ जिसने अपने परिवार के साथ जिले को देश को विश्व में अपनी रचनाओं के माध्यम से नाम दिया है और गर्व महसूस कराया है
Reporter
🌼🙏 Rinku runwal 🙏🌼-9425970791
Shabdabaan.in
इसी तरह हमारे साथ जुड़े रहने के लिए हमारी लिंक पर क्लिक करें।।🙏