झाबुआ

❤️🌼❤️🌼❤️🌼❤️🌼❤️कितना कुछ एक सा है.              ❣️🌼❣️🌼❣️🌼❤️❣️🌼❤️

बात विचार, सोच चिंतन की❤️❣️
किसी भी विषय पर
बात जिंदगी में अपनी मस्ती में
जीने की, खुद में व्यस्त रहते❤️🌼
बात रंग की हो
या मानवणीय सोच चिंतन की। न जाने कितनी ही अद्भुत समानता लिए हैं❤️🌼
हम बस यही है
वह जो रह रह कर लगता हैं
ईश्वर ने कितना अद्भुत समानता लिए❤️❣️
जन्म दिया है
दो जिस्म में जैसे एक आत्मा हो
यहां तक कि कब तुम क्या करोगी
पता है
तुम्हें भी सब कुछ पता रहता है❤️🌼
में क्या करने वाला हूं
सच तो यह है कि❤️🌼
एक रूह है
दोनों के भीतर, एक सी
कैसे संभव है, छोड़ दें
यह न तुम्हारे हाथ में❤️🌼
न मेरे हाथ में
हम कितनी ही विकल्प देखे
भुलाने के सब कुछ व्यर्थ हैं❤️❣️
बकवास है
यह ईश्वर की इच्छा है
यह बात तुम्हें याद हो
मैंने पहली बार में ही
तुम्हें देख कह दी थी
बोला बस यूं ही था❤️🌼
जैसे भीतर से कोई कह रहा है और
मैनें बोल दिया था
जब तक ईश्वर नहीं चाहेगा
न तुम अलग हो सकती❤️🌼
न मैं चाहकर
मैंने तो सब कुछ उस
राम पर छोड़ा
जिसने यह सब कुछ रचा❤️🌼
न तुम चाहती थी, न में
जो हुआ और जो हो रहा
सब राम की उस ईश्वर की
अनुमति है❤️❣️

डॉ रामशंकर चंचल
झाबुआ मध्य प्रदेश

🌼❤️🌼❤️🌼❤️🌼❤️🌼❤️🌼❤️🌼❤️

Reporter ❤️🌼

🌼❤️ Rinku runwal 🙏💐-9425970791

Shabdabaan.in

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button