❤️🤍❤️🤍❤️🤍❤️🤍❤️🤍🌹वर्णमाला मै मनोभाव🌹. ❤️🤍❤️❤️🤍❤️🤍❤️🤍❤️

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प्रथम वर्ण “अ “
अचलहै अविचलहै अविरलहै
अचल है
अविचल है❤️
अ विरल है
अर्हत है वो मन
अस्थिर है❤️
असभ्य है
अल्पज्ञ है
अशक्त है वो मन🤍
अविभक्त है
अप्रमत है
अपरिमित है
असाधारण है वो मन🤍
अल्प भाषी है
अविनाशी है
अभिलाषी है
अनुपम है वो मन🌼
अतिचारी है
अनाचारी है
अत्याचारी है
अकल्प है वो मन🌼
अपार है
अथाह है
अक्षय है
अनंतानंद है वो मन🌼❤️
अजर है
अमर है
अरुप है
अद्भुत है वो मन🌼❤️
अप्रतिहत है
अविकारी है
अदम्य है
अचिन्त्य महिमावंत है वो मन🌼❤️
यशवंत भंडारी “यश “
🌹वर्णमाला मै मनोभाव🌹
तृतीय वर्ण “इ “
” इच्छित फल वो पा जाता”
इंदु की उज्जवलता पाकर
इंदु मुख भी खिलता जी भर 🌼❤️
इंद्र लोक सा सुन्दर
इंद्र सम ही होता सुखकर
इच्छित फल वो पा जाता!!
इश्क को परवान चढ़ा कर
इबादत की राह बुला कर
इंद्रजाल में फंसा जो मानव 🌼❤️
इन्द्रिय सेवक वो बन जाता
इच्छित फल वो कैसे पाता?
इतिल्ला देता सदा रहबर
इंद्रिय सुख से दूर रहकर🌼❤️
इकबाल अपने गुनाहों काकर
इनायत तब होती जी भर
इंसाफ उसे मिल जाता
इच्छित फल वो पा जाता!!
इकरारे इश्क के सफर पर 🌼❤️
इजहारे मोहब्बत की राह पर
इंतजार करता जो जीवन भर
इतिहास में हो जाता अमर
इकराम उसी को मिलता
इच्छित फल वो पा जाता!!
यशवंत भंडारी “यश “🌼❤️
🌹वर्णमाला मै मनोभाव 🌹
चतुर्थ वर्ण “ई “
“ईमान पर जो कुर्बान होता है “
ईमान पर जो कुर्बान होता है
ईश उस पर मेहरबान होता है
ईमान को परम धरम मानताहै🌼❤️
ईश्वर सदा उसके साथ रहता है
ईर्ष्या द्वेष को जो दुर भगाता
ईख सम मीठा बन जाता
ईशांत के जो गुण गाता
ईक्षा से वो सब कुछ पा जाता🌼❤️
ईबारत जो मेहनत की लिखता
ईच्चीत फल वो ही पाता
ईजाद मै जो उम्र बितता
ईक्षित बन वो ईश को पाता
यशवंत भंडारी यश🌼❤️
Reporter ❤️🤗
❤️🤍 rinku runwal 🙏🌼-9425970791
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