झाबुआ

❤️🌼❤️मालव भुषण, जैन विशारद, ज्योतिषाचार्य, पंन्यासप्रवर
*श्री जिनेन्द्रविजयजी,* “जलज” ❤️🌼


🙏🏻
आपका जन्म शक संवत् 1888,  वि.सं. 2023, आषाढ़ वदि 3,
*सोमवार दि. 6 जुन 1966*
को मालवा सारंगी नगर में श्रेष्ठीवर्य श्री रतनलालजी तलेसरा के घर आंगन में माता प्रेमलताबाई की रत्न कुक्षी से आपका अवतरण हुआ, नाम रखा *जयेश तलेसरा*
    व्यवहारिक शिक्षा के बाद आपने 19 वर्ष की आयु में शक संवत 1907, वि. सं. 2042, फागुन सुदि 2,
*बुधवार दि. 12 मार्च 1986*
को श्री मोहनखेड़ा तीर्थ स्थल पर पू.गच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्रीमद् विजय *हेमेंद्रसूरिश्वरजी* म सा. के कर कमलों से आचार्य पदवी के बाद प्रथम दीक्षा प्राप्त की, नामकरण हुआ — मु.श्री जिनेन्द्रविजयजी म सा. एवं गुरु *पू.मुनि.श्री नरेंद्रविजयजी* म सा. के चरणों में जीवन समर्पित कर दिया,
  बडी दीक्षा – शक सं. 1909, वि.सं. 2045, चैत्र कृष्ण 9, *शनिवार दि. 12 मार्च 1988* को भीनमाल में संपन्न हुई,
  आपको पू. आ.श्री नरेंद्रसूरीश्वरजी व श्री लेखेंद्रसूरिश्वरजी के कर कमलों से *नया जोगापुरा* (राज.) में वि.सं. 2074, राजेन्द्र संवत् 111, पौष शुक्ल 10, *गुरुवार दि. 28 दिसम्बर 2017* को  *पंन्यासप्रवर पद* से अलंकृत किया,
  पालीताणा तीर्थ भूमि पर वि.सं. 2067,फा.सु.2, *सोमवार दि. 7-3-2011* को  *ज्योतिषाचार्य* पद से नवाजा गया,
  इसी तरह बिबडौद तीर्थ (रतलाम,म.प्र.) पर *मालव भुषण* पद से अलंकृत किया गया,
*शुक्रवार दि. 19 जुलाई 2024*आषाढ़ सुद १३ विक्रम संवत २०८१
को झुंठानगर (ब्यावर-राज.) में चातुर्मास प्रवेश के अवसर पर अष्टप्रभावक *पू.आ. श्री नरेन्द्रसूरीश्वरजी* म सा.ने आपश्री को पाटोत्सव में नमस्कार महामंत्र के तीसरे पद *नमो आयरियाणं* आचार्य पदवी से अलंकृत किया ,
नुतन आचार्य भगवंत के चरणों में
*शत् शत् नमन वंदन करते हैं

वंदन कर्ता
R.C. बाफना
सियाना चेन्नई
9600025225

Reporter ❤️🤍

🌼❤️ Rinku runwal 🙏🌼-9425970791

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