देश के सोशल मीडिया में राज करता झाबुआ का साहित्य साधक, अद्भुत अविरल, कालजयी, डॉ रामशंकर चंचल

जी हाँ एक अद्भुत चौकाने वाला सत्य है कि आज लम्बे समय से मध्य प्रदेश
के आदिवासी पिछड़े इलाके झाबुआ के डॉ रामशंकर चंचल एक ऐसी महान साहित्य हस्ती है जो देश के विश्व के सोशल मीडिया फेसबुक, गूगल और आदि पर अपनी हजारों रचनाओ के माध्यम से विगत कई सालों से छाया हुआ नाम है जो आज किसी भी परिचय का मोहताज नहीं है एक ऐसा सत्य है जिसे स्वीकार करना होगा है
जिसे देश के और विश्व के आज लाखों लोग बेहद बेहद पसन्द करते हुए उनकी रचनाओं को सुनते और अद्भुत सराहना करते हुए उनका सम्मान और आदर करते हैं, यह एक ऐसा सत्य है कि यदि सेकड़ों को इस बात पर इर्श्या
हो तो कोई नहीं बात नही है स्वभाविक हे एक कस्बे से निकाला यह एक ऐसा नाम आज देश के सोशल मीडिया में अद्भुत रूप से छाया हुआ है जिसके यू ट्यूब चैनल और वीडियो का इंतजार रहता है हजारों को चौकाने वाला सत्य यह भी है कि खुद उम्र के ६७ साल में डॉ रामशंकर चंचल अपनी सहज सरल
प्रभावित करती हुई आवाज में कविता पेश करते हुए छाये हुए हैं
सचमुच वन्दनीय है झाबुआ की देव भूमि जहाँ रानापुर तहसील में जन्म लिया डॉ रामशंकर चंचल आज पूरे साहित्य जगत में बेहद चर्चित नाम है