
💐🙏जपो नाम सदा सुखदाया
जय जयंत सेन सुरी राया
कर दर्शन मन हरसाया
पायी शीतल जिनकी छाया
जय जयंत सेन सूरी राया
पेपराल की धन्य धरा पर
स्वरूप चंद जी के घऱ पर
माँ पार्वती ने जन्मा जाया
जय जयंत सेन……..💐🙏
पुनमचंद नाम पाया अनुपम
विनयवंत सबका मन भावन
धरु वंश को जग मे दिपाया
जय जयंत सेन…….
💐🙏जग की मोह माया को तजकर
सियाणा नगर मे बने संयमधर
सूरी यतीन्द्र से गुरु को पाया
जय जयंतसेन………🙏💐
ज्ञान ध्यान मे सदा रत रहकर
जिनआगम के सब सार समझकर
मधुर वाणी से रसपान कराया
जय जयंत सेन………..💐🙏
सारे संघो की विनती सुनकर
भांडवपुर की पुण्य धरा पर
संघ शिरोमणि से शोभाया
जय जयनंतसेन……..🙏💐
भरत भूमी पर पैदल चलकर
कई उपधान प्रतिष्ठा कर कर
दीक्षा दानेश्वरी पद से सुहाया
जय जयंतसेन…….🙏💐
ब्यासी वर्ष का आयुष्य पूर्ण कर
छोड़ दिया नश्वर ये तन
” यश “उन्हें कभी भूल न पाया
जय जयंत सेन सूरी राया
🙏💐यशवंत भंडारी “यश “💐🙏