झाबुआ

अतिक्रमण के नाम पर हटाई गई गुमटियों को , पुनः लगाने के लिए बंदरबांट की योजना

झाबुआ – शहर को अतिक्रमण से मुक्त करने के लिए नगर पालिका द्वारा विगत दिनों अतिक्रमण मुहिम चलाई गई थी तथा अतिक्रमण के नाम पर शहर में गुमटियों को हटाया गया था । लेकिन अब वही नगर पालिका स्वयं के द्वारा अतिक्रमण के नाम से मुक्त कराई गई जमीन पर ही गुमटियों को पुनः लगाकर अतिक्रमण के नाम पर बंदरबांट की योजना बना रही है । विगत दिनों नगर पालिका द्वारा नगरीय क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने की कारवाई के बाद वेंडर जोन बनाने और नगरीय क्षेत्र में गुमटियों लगवा कर पुन उन्ही व्यापारियों को आवंटित करने को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया गया । जिन्हें अतिक्रमण के नाम पर हटाया गया था । प्रस्ताव अनुसार नगरी क्षेत्र में अतिक्रमण के नाम पर हटाई गई गुमटियों को पुनः लगाने व‌ वेंडर जोन चिन्हित करने के संबंध में निर्णय लिया गया । सूत्रों की बात पर विश्वास करें तो इस तरह के प्रस्ताव में गुमटियों को आवंटित करने के लिए इन व्यवसाययों को अस्थाई तौर पर एक गुमटी बनाकर दी जाएगी । जिसके एवज में विधिवत राशि के अलावा एक मोटी रकम भी वसूली जाने की बात सामने आ रही है । इस राशि में कथित तौर पर बंदरबांट किस-किस में होना है यह जांच का विषय है । इन गुमटियों को लगाने के लिए संभवत नगर पालिका द्वारा एसडीम ऑफिस में भी अभिमत हेतु आवेदन दिया गया है संभवत एसडीएम आफिस से अभिमत प्राप्त हुआ या नहीं , यह जांच का विषय है । सूत्रों की बात पर विश्वास करें तो इन गुमटियों को बनाने का ठेका बड़वानी के किसी ठेकेदार को दिया गया है संभवत 3फीट×5 फीट×7 फीट साइज की 50 नंग गुमटियां बनवाने की बात सूत्रों से पता चली है । सूत्रों की बात पर विश्वास करें तो इस तरह की एक गुमटी बनाने और लगाने के लिए विधिवत रूप से संभवत ₹ 30000 राशि की जमा करने की बात सामने आ रही है । इसके अलावा भी राशि लेने की बात, सूत्रों से पता चली है । प्रश्न यह है कि इस ठेकेदार को किस आधार पर गुमटी बनाने का ठेका, निजी तौर पर मिला है या शासकीय तौर पर ।  सूत्रों की बात पर विश्वास करें तो कई जगह पर यह गुमटी नाले के ऊपर लगाई जाएगी , जो ग्रीन बेल्ट की भूमि होती है जहां पर अतिक्रमण संभव नहीं है । विशेष रूप से यह सिद्धेश्वर कॉलोनी में सिद्धेश्वर मंदिर के आसपास गुमटी लगाने को लेकर पूरा मामला है । जानकारी अनुसार कई जगह पर  एक ही व्यक्ति की चार से पांच गुमटियां है । तो किस आधार पर इन गुमटियों का आवंटन होगा । इस तरह के प्रस्ताव को लेकर , अतिक्रमणकर्ताओं द्वारा , शहर में अभी से ही कई जगह पर पुनः अतिक्रमण करने लगे है । और इन अतिक्रमणकर्ताओं द्वारा एक से अधिक गुमटी होने पर किराए पर दी जाती है । देखना यह दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में यह गुमटिया कहां-कहां लगाई जाती है और कितनी कितनी राशि विधिवत रूप से ली जाती है और अन्य रूप से ली जाती है ।

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🙏Rinku runwal 🙏-9425970791

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