झाबुआ कलेक्टर द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग योजनाओं की समीक्षा की गई


झाबुआ जिले से अरुण ओहारी की रिपोर्ट कलेक्टर द्वारा बैठक में आंगनवाडी केंद्र के संचालन की स्थति, परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक के रिक्त एवं भरे पदों, आंगनवाडी कार्यकर्त्ता, सहायिका के रिक्त एवं भरे पदों की समीक्षा की गई। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बताया गया कि जिले में कुल संचालित आंगनवाडी केंद्र की कुल संख्या 2706 है जिसमें मेन आंगनवाडी केंद्र 1902 एवं मिनी आंगनवाडी केंद्र 804 संचालित है। परियोजना अधिकारी के कुल 6 पद है जिसमें 4 पद भरे हुए है और 2 पद रिक्त है, पर्यवेक्षक के रिक्त पद 78 है जिसमें 56 पद भरे हुए है एवं 22 पद रिक्त है। कलेक्टर द्वारा रिक्त पदों को शासन के नियमानुसार जल्द से जल्द भरने के निर्देश दिए।
आंगनवाडी कार्यकर्त्ता के स्वीकृत पद 1902 है जिसमें 1877 पद भरे हुए एवं 25 पद रिक्त है, सहायिका के स्वीकृत पद 1902 है जिसमें 1833 पद भरे हुए एवं 61 पद रिक्त है और मिनी आंगनवाडी के स्वीकृत पद 804 है जिसमें 792 पद भरे हुए है एवं 12 पद रिक्त है। जिले में टीएचआर के कुल 6 माह से 3 वर्ष तक के बालक-बालिकाएं 93028 है जिसमें कुल लाभार्थी बालक-बालिकाएं 80532 है, गर्भवती मातायें कुल 15218 है 15218 लाभार्थी 12951एवं धात्री मातायें कुल 16331 जिसमें लाभार्थी 13898 महिलाएं है। लाडली लक्ष्मी योजना 2024-25 अंतर्गत वार्षिक लक्ष्य 5147 है अप्रैल से जून तक 1287 जिसमें उपलब्धि 453 की है। कलेक्टर द्वारा सभी को विभाग की योजना अंतर्गत प्रगति लाने के निर्देश दिए व कहा गया कि प्रत्येक माह में बैठक आयोजित की जाएगी ।
कलेक्टर द्वारा लाडली लक्ष्मी योजना एवं मातृवंदना योजना की सेक्टरवार समीक्षा कर उन आंगनवाड़ी पर्यवेक्षक की जिनकी प्रगति 50 प्रतिशत से कम रही उन्हें कारण बताओ सूचना पत्र जारी की जाने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना अंतर्गत आंगनवाड़ी पर्यवेक्षक श्रीमती किरण भाबर द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर उन्हें पुष्पगुच्छ से सम्मानित किया गया साथ ही आंगनवाड़ी केंद्रों को सुदृढ़ीकरण किए जाने हेतु निर्देशित किया।
इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी श्री राधूसिंह बघेल, समस्त सीडीपीओ, आंगनवाड़ी सुपरवाइजर एवं कार्यकर्ता उपस्थित रही।