झाबुआ
वर्णमाला मै मनोभाव

प्रथम वर्ण “अ ”
अचलहै अविचलहै अविरलहै
अचल है
अविचल है
अ विरल है
अर्हत है वो मन
अस्थिर है
असभ्य है
अल्पज्ञ है
अशक्त है वो मन
अविभक्त है
अप्रमत है
अपरिमित है
असाधारण है वो मन
अल्प भाषी है
अविनाशी है
अभिलाषी है
अनुपम है वो मन
अतिचारी है
अनाचारी है
अत्याचारी है
अकल्प है वो मन
अपार है
अथाह है
अक्षय है
अनंतानंद है वो मन
अजर है
अमर है
अरुप है
अद्भुत है वो मन
अप्रतिहत है
अविकारी है
अदम्य है
अचिन्त्य महिमावंत है वो मन
यशवंत भंडारी “यश “